हल्दी के चमत्कारी फायदे Things To Know Before You Buy
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अगर शाम को स्नैक्स के तौर पर उबली हुई सब्जियां खाने के शौकिन हैं, तो रंग के लिए सब्जी उबालते वक्त उसमें चुटकी भर हल्दी डाल सकते हैं।
इसके बाद धनिया पाउडर, गरम मसाला और हल्दी पाउडर मिलाएं. अंत में कटा टमाटर और नमक डालकर पकाएं. टमाटर के अच्छे तरह से गलने के तक पकाने के बाद मसालों को चने दाल में मिला दें. अब तड़का लगाने के लिए तड़का पैन गर्म करें. उसमें घी गर्म करें और हींग, जीरा, दालचीनी डालकर फ्राई करें और लाल मिर्च डालकर दाल में तड़का लगाएं. लीजिए तैयार है फ्राई चना दाल तड़का. रोटी या चावल के साथ गर्मागर्म परोसे.
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कच्ची हल्दी का अचार बनाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
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हल्दी में पाया जाने वाला एंटी-इंफ्लामेन्ट्री गुण इसे गठिया जैसे रोगो को दूर करने की एक प्रभावशाली औषधि बनाते है। जोड़ों में सूजन के Source कारण पैदा होने वाली समस्याओं को गठिया रोग के नाम से जाना जाता है। गठिया जैसे रोगो को दूर करने क लिए हल्दी का उपयोग सदियों पहले से ही आयुर्वेदिक चिकित्सा और पूर्वी एशियाई चिकित्सा में किया जाता है।
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हल्दी वाली चाय यानी गोल्डन मिल्क टी से चैन की नींद आती है. यह कैफीन फ्री होती है, जिससे नींद आने में मदद मिलती है.
तंदूरी खाने में दूसरा सबसे बड़ा खतरा है फूड कलर्स जो आजकल के रेस्तरां और होटल में किया जाता है. तंदूरी चिकन या अन्य तंदूरी खाने की डिश को अधिक लाल और विजुअल अपील को बढ़ावा देने के लिए लोग फूड कलर्स का उपयोग करते हैं.
हल्दी के फायदे पाने के लिए निम्नलिखित तरीकों से हल्दी का उपयोग किया जा सकता है।
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अगर आपका जवाब ना है तो परेशान ना होइए हम आपको बताएंगे कि तंदूरी चिकन या अन्य तंदूरी डिश आपके लिए कैसे, कितनी फायदेमंद और नुकसानदेह हो सकती है.
ज्योतिष उपाय के साथ-साथ काली हल्दी के औषिधीय गुण भी है। माइग्रेन, सांसों से जुड़ी समस्याओं और दर्द में आराम पाने के लिए काली हल्दी का सेवन किया जा सकता है।